मध्य प्रदेश

MP News: होली के दिन नहीं, एमपी के इस जिले में आज होली का पर्व धूमधाम से मनाने की नई सौगात?

होली के दिन नहीं, एमपी के इस जिले में आज होली का पर्व धूमधाम से मनाने की नई सौगात?

MP News: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में आज होली का त्योहार पूरी धूमधाम से मनाया जा रहा है, जहां रंग और गुलाल उड़ते नजर आ रहे हैं। हालांकि होली आमतौर पर फाल्गुन माह के अंत में मनाई जाती है, इस बार कुछ विशेष कारणों से जिले में यह त्योहार आज मनाने का निर्णय लिया गया। स्थानीय लोग पूरे उत्साह के साथ एक-दूसरे को रंगों से सराबोर कर रहे हैं, और जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य और संगीत की धूम मची हुई है। हर किसी के चेहरे पर खुशी की झलक साफ देखी जा सकती है, और रंगों का यह उत्सव हर किसी को जोड़ने का काम कर रहा है।

इस खास दिन को लेकर लोगों का उत्साह दोगुना है। बच्चे और युवा जमकर रंग खेल रहे हैं, वहीं परिवार और मित्र मिलकर एक दूसरे को शुभकामनाएँ दे रहे हैं। जिले में आयोजित इस आयोजन में समाजिक भाईचारे और प्रेम को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया गया है। प्रशासन ने भी सुरक्षा के सभी इंतजाम किए हैं ताकि यह पर्व शांति और सौहार्द्र के साथ मनाया जा सके। इस त्योहार ने लोगों के बीच एकता और खुशियों का संदेश दिया है, जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा।

आदिवासी सभ्यता से जुड़ी है यह अनोखी परंपरा

रंगों के त्योहार को इस तरह मनाने की यह अनूठी परंपरा आदिवासी सभ्यता से जुड़ी हुई है। मन्नतें पूरी होने के बाद आदिवासी नायक मेघनाद मेला लेकर नाचते-झूमते यहां पहुंचते हैं। भावना में डूबे हुए वीर हकलाते हुए, बिर-रे, ओ-ओ-ओ कहते हुए आते हैं। यहां पहुंचकर कुछ वीर अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार 60 फुट ऊंचे मेघनाद पर चढ़कर उल्टा झूल जाते हैं, जबकि अन्य नीचे से ही मेघनाद की पूजा करते हैं।

ये है मान्यता

इस अनोखी परंपरा के बारे में मान्यता है कि जिन वीरों की मन्नतें पूरी हो जाती हैं, वे 60 फीट ऊंचे बादल मचान पर चढ़कर उल्टा घूमते हैं। जब चक्र पूरा हो जाता है, तो नायक ऊपर से नीचे की ओर नारियल फेंकते हैं। इससे नायक पर से बोझ कम हो जाता है। मेघनाद की पूजा संतान प्राप्ति, विवाह, बीमारी सहित किसी भी परेशानी के निदान की कामना से की जाती है। मन्नत पूरी होने पर वीर फडेरा बाबा की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

नहीं चलता रंग-गुलाल

धुलंडी के दिन लोग रंगों से बचने के लिए पुराने कपड़े पहनते हैं। पांजरा गांव(Panjra village) और आसपास के एक दर्जन से अधिक गांवों के लोग साफ-सुथरे और नए कपड़े पहनकर मेघनाद मेले में आते हैं। मेले में खूब खरीदारी होती है। किसान कृषि(farmer agriculture) उत्पाद खरीदते हैं, गृहणियां अपने लिए घरेलू और सौंदर्य प्रसाधन की वस्तुएं खरीदती हैं, जबकि बच्चे ice cream और झूलों का आनंद लेते हैं। सुरक्षा के लिए प्रशासन भी मौजूद है।

आज खेली जा रही होली

धुलंडी के अगले दिन गांव के लोग मिलकर रंग-गुलाल खेलते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो आज यहां होली मनाई जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button